12 मार्च को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में झंडे जी मेले का आयोजन किया जाएगा. झंडे जी मेला अपने आप में एक खास मेला है. इस मेले का इतिहास 347 साल पुराना है. इसके साथ ही यहां श्रद्धालुओं के लिए लगने वाला सांझा चूल्हा भी खास है. इसके साथ ही झंडे जी पर चढ़ने वाला दर्शनी गिलाफ और यहां विदेशों से पहुंचने वाली संगतें इस मेले को और भी खास बना देती हैं.
सिखों के सातवें गुरु हरराय महाराज के ज्येष्ठ पुत्र गुरु रामराय महाराज के देहरादून आगमन की खुशी में हर साल झंडा मेला लगता है। वर्ष 1675 में चैत्र मास कृष्ण पक्ष की पंचमी को गुरु रामराय महाराज ने दून में कदम रखा था। इसके बाद 1676 से यह उत्सव मनाया जाता है। मेले में झंडे जी पर गिलाफ चढ़ाया जाता है।